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Security Class Hindi

विगत कक्षा की चर्चा 

मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए सुझाव (11:02:51 AM)

  • केंद्र और प्रांतों के बीच खूफिया जानकारी साझा करना चाहिए 
  • राज्य पुलिस सामान्य तौर पर ड्रग्स वितरकों और पैडलर्स को गिरफ्तार करती है जबकि केन्द्रीय एजेंसियां बड़े तस्करों पर ध्यान केंद्रित करती हैं अतः इन सभी के बीच समन्वय स्थापित करना चाहिए 
  • मादक पदार्थों के लिए डार्कनेट और क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल को रोकने के लिए राज्यों को ब्लॉक चेन विश्लेषण, मैप इंटेलिजेंस और डिजिटल फोरेंसिक जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग करना चाहिए 
  • प्रभावित राज्यों को नेशनल फोरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि युवा स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों को व्यापक बनाया जा सके। 
  • आपूर्ति के स्रोतों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए ताकि ड्रग्स पेडलर्स के ऊपर शिकंजा कसा जा सके। 
  • विभिन्न व्याख्यानों, फिल्मों, साहित्य आदि के माध्यम से जागरूकता फैलानी चाहिए साथ ही नशा मुक्ति केंद्रों एवं शिविरों को स्थापित किया जाना चाहिए। 
  • NDPS कानूनों को और अधिक सशक्त करने की आवश्यकता है। 

धन शोधन (Money Laundering) (11:13:20 AM)

  • अवैध स्रोतों से प्राप्त किए गए धन को वैध स्रोतों से प्राप्त धन में बदलने की प्रक्रिया को मनी लॉन्ड्रिंग कहा जाता है।
  • मनी लॉन्ड्रिंग शब्द की उत्पत्ति सर्वप्रथम संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई, वर्ष 1980 के दशक में मनी लॉन्ड्रिंग एक चिंता का विषय बन गया 
  • 1990 के दशक में मनी लॉन्ड्रिंग हवाला के रूप में भारत में प्रचलित हुई 
  • जो व्यक्ति धन की हेराफेरी करता है उसे लॉन्डरर कहा जाता है

मनी लॉन्ड्रिंग के तरीके (11:32:38 AM)

  • मनी लॉन्ड्रिंग दो तरीके से किया जाता है यथा-

1. पूंजी आधारित मनी लॉन्ड्रिंग -

  • इस तरीके में अवैध धन को बैंक में प्लेस (जमा) किया जाता है।
  • जिसमें लॉन्डरर, विभिन्न समर्फ का सहारा लेकर टुकड़ों-टुकड़ों में पूंजी बैंक में जमा कराता है
  • जमा करने की इस प्रक्रिया को प्लेसमेंट कहा जाता है
  • तत्पश्चात विभिन्न खातों में घुमाया जाता है जिसे लेयरिंग या परतीकरण कहा जाता है ।
  • परतीकरण के पश्चात वह सम्पूर्ण धन, पुनः वैध रूप में लॉन्डरर के पास एकत्र कर लिया जाता है जिसे एकीकरण की अवस्था कहा जाता है।

2. वस्तु आधारित मनी लॉन्ड्रिंग (11:35:18 AM)

  • इसमें वस्तु की कीमतों में हेराफेरी की जाती है

मनी लॉन्ड्रिंग के लिए अपनाई जा रही विधियाँ (11:36:28 AM)

  • बहुमूल्य रत्न एवं आभूषणों के रूप में धन का संचय करना
  • शेल कंपनियों का गठन करके फर्जी बैलेंस शीट निर्मित कर मुनाफा घोषित करना
  • बड़ी-बड़ी संरचनाओं की खरीद फरोख्त करना
  • विदेशी बैंकों में धन जमा करके
  • टैक्स हैवन देशों (पनामा, हाँग-काँग ) में उद्योग स्थापित करके या निवेश करके।
  • ऐसे उद्योगों का संचालन करना जिनमें खर्च का अंदाजा लगाना जटिल हो उदाहरण के लिए फिल्म उद्योग।
  • विगत कुछ वर्षों से  मनी लॉन्ड्रिंग में तकनीकी का उपयोग बढ़ा है जैसे ऑनलाइन कैश (ई कैश), ई.कॉमर्स, डिजिटल कारेंसि ( क्रिप्टो कॉइन) ऑनलाइव विडिओ गेम और सोशल मीडिया के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग की जा रही है। 

मनी लॉन्ड्रिंग के परिणाम की चर्चा (11:53:15 AM)

  • इससे देश की अर्थव्यवस्था को क्षति पहुँचती है 
  • मुख्य धारा के उद्योग हतोत्साहित होते हैं 
  • अवैध व्यवसायों का प्रचलन बढ़ता है 
  • समाज में सापेक्षिक वंचना 

मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की चर्चा (11:56:02 AM)

काला धन (12:10:02 PM)

  • अवैध गतिविधियों के माध्यम से धन का सृजन अथवा ऐसा धन जो किसी कानून का उल्लंघन करता है या कर के लिए छुपाया जाता है या सामाजिक मूल्यों या नैतिकता का उल्लंघन करता है 

काला धन एवं मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने के लिए उठाए गए कदम (12:12:16 PM)

  • भारतीय संविधान का अनुच्छेद 39 (b) और 39 (c), काला धन और धन शोधन जैसी आर्थिक अनियमितताओं को रोकने के लिए आधार भूत सिद्धांत हैं
  • इन संवैधानिक उपबंधों को आधार बना कर सरकार काले धन के निर्मित होने के समय ही उसे अवरुद्ध करने, प्रयोग को निरुत्साहित करने, प्रभावशाली ढंग से धन का पता लगाने और उसे अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा मे शामिल करने के लिए नीतियों और नियमों का निर्माण करती है। 
  • इस रणनीति के आधार पर भारत सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं जैसे- 

विधिक प्रयास/कानूनी सक्रियता (12:17:32 PM)

  • अर्थात अनेक कानून निर्मित किए गए जैसे-
    • FEMA
    • PMLA
    • FCRA
    • काला धन अधिनियम
    • बेनामी संपत्ति लेनदेन संशोधन अधिनियम 2016
    • द्वितीय कर शोधन अधिनियम 2016
    • जीएसटी 
    • भगोड़ा आर्थिक अपराध अधिनियम 
  • भारत सरकार, काला धन रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर द्विपक्षीय संबंधों और वैश्विक संस्थाओं के साथ मिल कर काम कर रही है, उदाहरण के लिये-
    • अनेक देशों के साथ दोहरा कर निस्तारण समझौता 
    • सूचनाओं का आदान प्रदान करने के लिए ऑटोमेटेड एक्सचेंज ऑफ इनफार्मेशन एग्रीमेंट
    • विभिन्न देशों के साथ UPI समझौता 
    • फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स के साथ सहयोग 
    • विभिन्न देशों के साथ म्यूचूअल लीगल असिस्टन्स ट्रीटी। 

काले धन और धन शोधन को रोकने हेतु कुछ सुझाव (12:25:52 PM)

  • लोगों के अंदर नैतिक मूल्यों के प्रवाह पर जोर देना चाहिए 
  • अवैध धन से निपटने वाली सुदृढ़ संस्थाएं विकसित करना चाहिए जो देश के अंदर और बाहर से धन प्रवाह को विनियमित कर सकें 
  • काले धन के उपयोग के लिए चुनाव एक बड़ा माध्यम है अतः इस पर पूर्ण शिकंजा कसने की आवश्यकता है 
  • कार्मिक प्रशिक्षण को बढ़ाना चाहिए अर्थात ED, FIU-IND जैसी संस्थाओं को और अधिक सशक्त बनाने की आवश्यकता है। 
  • हाल ही में फिक्की ने सुझाव दिया है कि बैंक लेनदेन को बढ़ाने के अतिरिक्त उपाय होने चाहिए 
  • साथ ही कृषि आय पर कराधान हेतु उपयुक्त ढांचे का विकास होना चाहिए 
  • अचल संपत्ति क्षेत्र में सुधार करने की आवश्यकता है 
  • कर चोरी को पकड़ने के लिए सशक्त सूचना प्रौद्योगिकी का प्रयोग करना चाहिए 
  • द्वितीय प्रशासनिक सुधार आयोग ने स्पष्ट किया था कि औपनिवेशिक संपत्ति अथवा पैतृक संपत्ति के स्पष्ट आँकड़े निर्धारित होने चाहिए 

आतंकवाद और संगठित अपराध का गठबंधन (12:37:57 PM)

  • विगत कुछ वर्षों से भारत द्वारा आतंकवाद के विरुद्ध सशक्त दृष्टिकोण अपनाया गया। जिससे आतंकवादियों ने संगठित अपराधियों के साथ सहयोग बढ़ाने की चेष्ठा की आतंकवाद और संगठित अपराधी दोनों वित्तीय मदद और हथियार के लिए एक दूसरे पे निर्भर हो रहे हैं तथा भारत सरकार को कमजोर या आस्थिर करने का लक्ष्य रख रहे हैं।
  • आतंकवादी, हिंसा और भय को अपने अस्तित्व का आधार मानते हैं जबकि संगठित अपराधी राज्य और समाज के साथ सहयोग को अपने अस्तित्व का आधार मानते हैं 
  • आतंकवादियों का कोई निर्धारित लक्ष्य नहीं होता किन्तु संगठित अपराधियों द्वारा प्रत्येक कार्य आर्थिक लाभ या किसी अन्य लाभ के दृष्टिकोण से किया जाता है 

वर्तमान में भारत में आतंकवाद और संगठित अपराध के बीच संबंधों के आए परिवर्तन (12:51:13 PM)

  • विगत कुछ वर्षों से आतंकवाद के ऊपर सरकार द्वारा सशक्त सैन्य कार्यवाही का परिणाम यह हुआ कि सक्रिय आतंकवादी संगठनों ने अपनी गतिविधियों के लिए संगठित अपराध का सहारा लिया 
  • भारत में जहां पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी वित्तपोषण और हथियार आपूर्ति के लिए सीमापार संचलन करते थे वहीं अब संगठित अपराध को आधार बना कर नेपाल सीमा के माध्यम से वित्त और हथियार आपूर्ति प्राप्त करते हैं। 
  • संगठित अपराध का सहयोग प्राप्त कर आतंकवादियों एवं चरम पंथियों ने देश के आंतरिक क्षेत्रों में भी अपना प्रभाव बढ़ाया है। 
  • पूर्वोत्तर क्षत्रों में हालांकि इनके बीच संबंधों में सक्रियता आयी है किन्तु अभी भी वहाँ संगठित अपराध की बजाय उग्रवादी समूहों का प्रभाव अधिक है। 
  • पूर्वी क्षेत्र में फैले नक्सलवाद, शहरी नक्सलवाद और देश के अंदर अन्य प्रकार के अपराधों के ऊपर संगठित अपराधी हावी हो रहे हैं।

आतंकवाद/उग्रवाद और संगठित अपराध के मध्य गठजोड़ का परिणाम (12:59:02 PM)

  • चूंकि ये दोनों कमजोर सरकार को पसंद करते हैं अतः इनके प्रभाव से देश में शासन संचालन अस्थिर हो जाता है 
  • इनकी गतिविधियों में सरकार का नियंत्रण कमजोर होने से कानून व्यवस्था का संचालन बाधित हो जाता है 
  • आतंकवाद का वित्तपोषण, मादक पदार्थों की तस्करी, धन शोधन, नकली मुद्रा आदि का प्रचलन बढ़ जाता है 
  • आपराधिक गतिविधियों के लिए दोहरे मार्ग का निर्माण हो जाता है 
  • डार्कनेट, सोशल मीडिया आदि का प्रयोग कर ये अपने प्रभाव को बढ़ा लेते हैं । 

आतंकवाद/उग्रवाद और संगठित अपराध के मध्य गठजोड़ को तोड़ने के उपाय एवं उठाए गए कदम (1:05:08 PM)

  • ऐसे गठजोड़ को तोड़ने के लिए भारत सरकार द्वारा बहुमुखी रणनीति का निर्माण किया गया है जिसमें सूक्ष्म विश्लेषण, समग्रता, सर्वदेशीयता का समन्वित प्रभाव है तथा उस नीति में प्रभावशाली और क्षमतापूर्वक कार्यवाही करने का प्रावधान है। 
  • आतंकवादियों और संगठित अपराध को नियंत्रित करने के लिए सैन्य बलों और आसूचना एजेंसियों के बीच समन्वय स्थापित किया जा रहा है। MAC & NATGRID की स्थापना इसका प्रमाण है 
  • ऐसे आतंकवादी समूहों पर अतिरिक्त ध्यान केंद्रित किया जा रहा है जिनका पोपुलर डोमेन में आशंकाएं अधिक हैं अर्थात उन्हें धार्मिक, सामाजिक, व राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश करने से रोका जाता है। 
  • सर्वोच्च न्यायालय ने निर्वाचन आयोग को आदेश दिया है कि वह राजनीति के अपराधीकरण  की प्रक्रिया को सख्ती से रोके
  • क्षेत्रीय स्वायत्तता और सत्ता में हिस्सेदारी देने में अत्यंत सावधानी रखी जा रही है 
  • अनेक अंतर्राष्ट्रीय समझौतों के माध्यम से भारत इस गठजोड़ को तोड़ने का प्रयास करता है, जैसे
    • वर्ष 2000 में संयुक्त राष्ट्र प्रोटोकाल, UNOTC को प्रभावी तौर पर लागू करने की पहल की है
    • भारत ने विभिन्न देशों के साथ वियना सम्मेलन और वियना वाणिज्यिक संबंध सम्मेलन को आधार बना कर प्रत्यर्पण संधियाँ की हैं 
    • भारत हथियार व्यापार संधि का भी सदस्य है और इसके माध्यम से विभिन्न देशों पर दबाव बनाता है जिनके द्वारा आतंकवादियों को हथियारों की आपूर्ति की जाती है 
    • इसी प्रकार FCRA, MLAT और PMLA जैसे कानून  अन्तरराष्ट्रीय  स्तर पर सक्रिय हैं। 
  • भारत ने राष्ट्रीय स्तर पर भी समय समय पर सशक्त कानून बनाए ताकि आतंकवाद संगठित अपराध और अन्य प्रकार की गतिविधियों को रोका जा सके जिसमें MISA, TADA, POTA, मकोका, गुजकोका, यूपीकोका, यूपी गैंगस्टर एक्ट, UAPA आदि प्रमुख हैं।  

आतंकवाद/उग्रवाद और संगठित अपराध के मध्य गठजोड़ को तोड़ने के सुझाव (1:19:46 PM)

  • विद्यमान कानूनों को सक्रियता से लागू करना चाहिए 
  • लोगों के अंदर आतंकवाद और संगठित अपराध के प्रति जागरूकता हो
  • राजनीति के अपराधीकरण को रोकने के लिए सशक्त कानूनी प्रावधान करने की आवश्यकता है 
  • ड्रग्स एडिक्शन के लिए सक्रिय हो कर एडिक्टेड लोगों को पुनर्वासित करने की आवश्यकता है

संबंधित प्रश्नों पर चर्चा (1:23:05 PM)

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